अगर तुम

 अगर तुम ट्रेन की सीट होती तो रुमाल रख कर अपना बना लेते,

होती अगर तुम फुल तो किताब में छिपा लेते|


अगर तुम सड़क होती तो सिर्फ तुम पर ही चलते हम,

होती अगर पेड़ तो तुम पर ही फलते हम।


अगर तुम होती बस तो तुम पर ही सफर करते हम,

होती अगर वतन तो तुम पर ही मरते हम।


अगर तुम विषय होती तो करते तुम पर ही सोध,

होती अगर महाभारत तुम तो हम होते पांडवों सा प्रतिशोध।


अगर तुम हवाई जहाज होती तो हम होते पंख तुम्हारे,

होती अगर बिच्छू तुम तो हम होते डंक तुम्हारे।


अगर तुम क्रिकेट होती तो हम होते कोहली,

होती अगर ललाट तुम तो हम होते रोली।


अगर तुम नींद होती तो हम होते सपना,

होती अगर शराब तुम तो हम होते चखना।


अगर तुम भारत होती तो हम होते दिल्ली,

होती अगर पत्ता तुम तो हम होते ओस गीली।


अगर तुम आसमां होती तो हम होते परिंदा,

होती अगर हमला तुम तो हम होते नेताओं की निंदा।


अगर तुम बिस्तर होती तो तुम पर सोते हम,

होती अगर आंसू तुम तो हरदम रोते हम।


© हितेशु

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