पुरुषत्व Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps June 01, 2023 मैं बुजदिल था जो अपनी दिल की बात कह न सका, मैं पुरुष था इसलिए सबके सामने तो छोड़ो, अकेले में भी रो न सका। या तो मैं पुरुष हो सकता हूं या रो सकता हूं, दोनो एक साथ नहीं। Read more